Indian tradition is known to keep virtues and values priority. Thus, Hindu people worship God before celebrating any festival or occasion. It is practiced in Diwali from history. The Diwali festival is believed to be the Goddess Lakshmi festival. Hindu families do Lakshmi Poojan with Vidhi and Rituals along with Diwali Aarti.
Most of the Hindu families prefer 3 to 5 Aarti on this day. The first Aarti starts with Lord Ganesha Aarti, son of Lord Shiva and Parvati Mata. It is followed by Mahalakshmi Aarti and Ambe Mata Aarti.
Here is a complete list of Diwali Aarti in Hindi with Lyrics including Karpur Aarti with images to download to chant at home during Diwali.
Table of Contents
Ganpati Aarti for Diwali
लड्डुअन का भोग लगे सन्त करें सेवा॥
Mahalakshmi Mata Aaarti in Hindi for Diwali
ॐ जय लक्ष्मी माता, तुमको निस दिन सेवत, मैया जी को निस दिन सेवत हर विष्णु विधाता || ॐ जय ||उमा रमा ब्रम्हाणी, तुम ही जग माता ओ मैया तुम ही जग माता सूर्य चन्द्र माँ ध्यावत, नारद ऋषि गाता || ॐ जय ||दुर्गा रूप निरंजनी, सुख सम्पति दाता ओ मैया सुख सम्पति दाता जो कोई तुम को ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता || ॐ जय ||तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता ओ मैया तुम ही शुभ दाता कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भव निधि की दाता || ॐ जय ||जिस घर तुम रहती तहँ सब सदगुण आता ओ मैया सब सदगुण आता सब सम्ब्नव हो जाता, मन नहीं घबराता || ॐ जय ||तुम बिन यज्ञ न होता, वस्त्र न कोई पाता ओ मैया वस्त्र ना पाटा खान पान का वैभव, सब तुम से आता || ॐ जय ||शुभ गुण मंदिर सुन्दर, क्षीरोदधि जाता ओ मैया क्षीरोदधि जाता रत्ना चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता || ॐ जय || धुप दीप फल मेवा, माँ स्वीकार करो महा लक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता |
Full Aarti Video: Youtube
Mahalakshmi Mata Ki Aarti in Marathi with Lyrics| Diwali Aarti Lyrics
सहस्त्रवदनी भूधर न पुरे गुण गातां॥
प्रगटे पद्मावती निजधर्माचारी॥
Ambe Mata ki Aarti in Hindi Lyrics for Diwali
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशिदिन ध्यावत, तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी ||ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशिदिन ध्यावत, तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी ||ॐ जय अम्बे गौरी
माँग सिन्दूर विराजत, टीको जगमग तो उज्जवल से दो नैना, चन्द्रवदन नीको ||ॐ जय अम्बे गौरी
कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै रक्तपुष्प गल माला, कण्ठन पर साजै ||ॐ जय अम्बे गौरी
केहरि वाहन राजत, खड्ग खप्परधारी सुर-नर-मुनि-जन सेवत, तिनके दुखहारी ||ॐ जय अम्बे गौरी
कानन कुण्डल शोभित, नासाग्रे मोती कोटिक चन्द्र दिवाकर, सम राजत ज्योति ||ॐ जय अम्बे गौरी
शुम्भ-निशुम्भ बिदारे, महिषासुर घाती धूम्र विलोचन नैना, निशिदिन मदमाती ||ॐ जय अम्बे गौरी
चण्ड-मुण्ड संहारे, शोणित बीज हरे मधु-कैटभ दोउ मारे, सुर भयहीन करे ||ॐ जय अम्बे गौरी
ब्रहमाणी रुद्राणी तुम कमला रानी आगम-निगम बखानी, तुम शिव पटरानी ||ॐ जय अम्बे गौरी
चौंसठ योगिनी गावत, नृत्य करत भैरव बाजत ताल मृदंगा, और बाजत डमरु ||ॐ जय अम्बे गौरी
तुम ही जग की माता, तुम ही हो भरता भक्तन की दु:ख हरता, सुख सम्पत्ति करता ||ॐ जय अम्बे गौरी
भुजा चार अति शोभित, वर-मुद्रा धारी मनवान्छित फल पावत, सेवत नर-नारी ||ॐ जय अम्बे गौरी
कन्चन थाल विराजत, अगर कपूर बाती श्रीमालकेतु में राजत, कोटि रतन ज्योति ||ॐ जय अम्बे गौरी
श्री अम्बेजी की आरती, जो कोई नर गावै कहत शिवानन्द स्वामी, सुख सम्पत्ति पावै ||ॐ जय अम्बे गौरी
जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुमको निशिदिन ध्यावत, तुमको निशिदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी ||ॐ जय अम्बे गौरी
Karpoor Aarti in Hindi For Diwali
करपूर गौरम करूणावतारम
संसार सारम भुजगेन्द्र हारम |
सदा वसंतम हृदयारविंदे
भवम भवानी सहितं नमामि ||
मंगलम भगवान् विष्णु
मंगलम गरुड़ध्वजः |
मंगलम पुन्डरी काक्षो
मंगलायतनो हरि ||
सर्व मंगल मांग्लयै
शिवे सर्वार्थ साधिके |
शरण्ये त्रयम्बके गौरी
नारायणी नमोस्तुते ||
ॐ नमः शिवाय||
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